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चेक रिपब्लिक के कुटना होरा में वॉक पर निकली महिला को करोड़ों का खजाना मिला है. बताया जा रहा है कि महिला को 2 हजार 150 चांदी के सिक्के मिले हैं जो साल 1085 से 1107 के बीच के बताए जा रहे हैं.
Updated : May 28, 2024, 07:20 PM IST
सोचिये आप वॉक पर निकले हों और चहल कदमी कर रहे हों और तभी आपको खजाना मिल जाए. हो सकता है कि आप इन बातों को हल्के में लेते हुए कह दें कि किस्मत ऐसे कैसे किसी पर मेहरबान हो सकती है? लेकिन ऐसा हुआ है और सुदूर चेक रिपब्लिक के कुटना होरा में हुआ है. यहां एक महिला वॉक पर निकली और उसे रास्ते में खजाना मिल गया जो मिडिल एज से ताल्लुख रखता है. मामले पर फॉक्स न्यूज की मानें तो महिला को 2 हजार 150 चांदी के सिक्के मिले हैं जो साल 1085 से 1107 के बीच के बताए जा रहे हैं.
इन बहुमूल्य सिक्कों के विषय में जो जानकारी मिली हे यदि उसपर यकीन किया जाए तो इन सिक्कों को प्राग में बनाया गया था. चेक एकेडमी ऑफ साइंस के पुरातत्व विभाग ने बताया कि इन सिक्कों को चांदी के अलावा तांबा, सीसा और दूसरे बारीक मेटल को मिलाकर बनाया गया था.
खजाना महिला को कैसे मिला? इसपर भी अलग अलग तरह के कायस लगाए जा रहे हैं. पुरातत्वविद फिलिप वेलेम्स्की ने इन सिक्कों पर अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि जब देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल था, तब इस खजाने को जमीन में गाढ़ दिया गया होगा.
बताया ये भी जाता है कि उस वक्त देश में प्रीमिसल राजवंश के सदस्यों के बीच प्राग की राजगद्दी को लेकर विवाद था और चूंकि मुल्क में बहुत अस्थिरता थी इसलिए पैसे वाले लोगों द्वारा अक्सर ऐसे निर्णय लिए जाते थे.
गौरतलब है कि महिला को प्राप्त इन सिक्कों को एक सिरेमिक कंटेनर में छुपाया गया था. सिक्के कितने के हैं? इसका तो अभी कोई अनुमान नहीं लग सका है. लेकिन क्योंकि ये सिक्के 11वीं-12वीं सदी में बने हैं इसलिए इनकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है.
पुरातत्वविद वेलिम्स्की इन सिक्कों को एक बड़ी खोज मान रहे हैं. उनके द्वारा कहा ये भी गया है कि जल्द ही इन सिक्कों का एक्स-रे किया जाएगा ताकि ये पता लगाया जा सके कि इन सिक्कों का निर्माण करते वक़्त किन धातुओं का इस्तेमाल किया गया है.