लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के प्रचार थमने के बाद, 30 मई से 1 जून की शाम तक पीएम मोदी ने आध्यात्मिक प्रवास पर जाने का निर्णय लिया. पीएम मोदी ने कन्याकुमारी के स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल (Vivekananda Rock Memorial) पर ध्यान लगाया था. इस दौरान पीएम 45 घंटों का मौनव्रत भी धारण किया था. हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने ध्यान लगाया हो. इससे पहले भी वह 2019 में केदारनाथ में ध्यान लगाने पहुंचे थे.
पीएम मोदी ने कन्याकुमारी के स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल (Vivekananda Rock Memorial) पर 30 मई से 1 जून तक ध्यान लगाया था. वहां से लौटने के बाद पीएम मोदी ने अपना अनुभव भी साझा किया.
1.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आध्यात्मिक प्रवास
आखिरी फेज की वोटिंग के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आध्यात्मिक प्रवास के लिए गए. पीएम मोदी पहले भी ऐसा कर चुके हैं.
2.कन्याकुमारी जिले में प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल
इससे पहले 2019 में भी पीएम मोदी ने केदारनाथ में ध्यान लगाने पहुंचे थे. हालांकि, इस बार पीएम मोदी ने 30 मई को तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान लगाया.
3.सूर्य को दिया अर्घ्य
पीएम ने सूर्य को अर्घ्य देकर अपनी साधना की शुरूआत की और 1 जून की शाम को पीएम मोदी की यह साधना खत्म हुई.
4.पीएम मोदी ने भगवती अम्मन मंदिर में पूजा की
इसके बाद पीएम मोदी ने भगवती अम्मन मंदिर में पूजा की और वहां से रॉक मेमोरियल पहुंचकर ध्यान लगाना शुरू किया.
5.स्वामी विवेकानंद ने देखा था विकसित भारत का सपना
माना जाता है इस जगह स्वामी विवेकानंद ने विकसित भारत का सपना देखा था, साथ ही इस स्थान पर देवी पार्वती ने एक पैर पर खड़े होकर साधना की थी.
6.पीएम मोदी ने बताया साधना का अनुभव
वापस आकर पीएम मोदी ने लिखा था कि यह मेरा सौभाग्य है कि आज वर्षों बाद भी भारत स्वामी विवेकानंद के मूल्यों और आदर्शों का प्रतीक है.
7.राष्ट्र की सेवा का लिया संकल्प
उन्होंने कहा कि मुझे इस पवित्र स्थान पर ध्यान करने का अवसर मिला, मां भारती के चरणों में बैठकर, मैं फिर से अपने संकल्प की पुष्टि करता हूं कि मेरे जीवन का हर पल और मेरे शरीर का हर कण हमेशा राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित रहेगा.