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Uttarakhand News: Uttarkashi में 14 हजार फुट पर फंसे महाराष्ट्र-कर्नाटक के 13 पर्वतारोही, 4 की मौत, Dehradun से भेजी रेस्क्यू टीम

Uttarakhand News: उत्तरकाशी के मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्याण बुग्याल होते हुए ट्रैकर्स का ग्रुप 29 मई को निकला था. इसमें कर्नाटक और महाराष्ट्र के ट्रैकर्स शामिल हैं.

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Uttarakhand News: उत्तराखंड के ऊंचे पहाड़ों से एक बुरी खबर सामने आई है. उत्तरकाशी जिले में 14 हजार फुट की ऊंचाई पर ट्रैकिंग करने गया ट्रैकर्स का एक ग्रुप खराब मौसम के कारण वहां फंस गया है. 3 जून को सहस्त्रताल के लिए निकले 20 ट्रैकर्स के इस ग्रुप की 4 महिला ट्रैकर्स की हाइपोथर्मिया के कारण मौत हो जाने की खबर है. सात ट्रैकर्स और 3 लोकल गाइड किसी तरह खराब मौसम के बावजूद वापस बेस कैंप पहुंचे हैं, लेकिन उनकी हालत भी बेहद खराब है और उनका इलाज किया जा रहा है. अब भी ऊपर 9 ट्रैकर्स फंसे हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू करने की कोशिश शुरू कर दी गई है. रेस्क्यू करने के लिए देहरादून से स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF) की टीम हेलीकॉप्टर से रवाना कर दी गई है.


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ग्रुप कोखली टॉप बेस कैंप से हुआ था रवाना

अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के 1 और कर्नाटक के 18 ट्रैकर्स का एक ग्रुप सहस्त्र ताल तक की ट्रैकिंग करने के लिए उत्तरकाशी आया था. यह दल गढ़वाल माउंटनेरिंग एवं ट्रैकिंग एजेंसी के जरिये ट्रैकिंग कर रहा था. सहस्त्र ताल उत्तरकाशी-टिहरी जिलों की सीमा पर करीब 14,500 फुट की ऊंचाई पर मौजूद है और ट्रैकर्स का पसंदीदा स्थान माना जाता है.  इन 19 ट्रैकर्स के साथ 3 स्थानीय गाइड भी ग्रुप में शामिल थे. 


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29 मई को शुरू की थी ट्रैकिंग

इस ट्रैकिंग ग्रुप ने 29 मई को मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्याण बुग्याल होते हुए ट्रैकिंग शुरू की थी. कोखली टॉप बेस कैंप पर यह ग्रुप 2 जून को पहुंचा था और वहां से 3 जून के सहस्त्रताल के लिए रवाना हुआ था. 3 जून को ही ऊपर पहुंचने के बाद अचानक मौसम खराब हो गया. घने कोहरे और बर्फबारी के कारण ट्रैकर्स को वहीं पर ठहरना पड़ा. पूरी रात ठंड में बिताने के कारण ग्रुप के 13 ट्रैकर्स की तबीयत बिगड़ गई, जिनमें से 4 महिला ट्रैकर्स की मौत हाइपोथर्मिया के कारण हो गई है. बाकी बचे 9 ट्रैकर्स को वहीं पर टैंट लगाकर स्लिपिंग बैग में सुला दिया गया. 


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9 लोग लौटे हैं बेस कैंप, तब मिली जानकारी

खराब मौसम के बावजूद ट्रैकर्स ग्रुप के मेंबर्स और 3 स्थानीय गाइड समेत कुल 9 लोग मदद लाने के लिए बेस कैंप पर वापस लौटे. बेस कैंप पहुंचने पर उनकी हालत भी खराब हो गई. बेस कैंप से एक गाइड 4 जून की सुबह ऊपर फंसे ट्रैकर्स के लिए खाना-पानी लेकर वापस गया था, लेकिन इसके बाद उनका सभी के साथ कम्युनिकेशन कट गया है. इसके चलते किसी भी तबीयत के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है.


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ट्रैकिंग एसोसिएशन की सूचना पर एक्टिव हुआ जिला प्रशासन

ट्रैकर्स ग्रुप के फंसने की जानकारी उन्हें ले जाने वाली एजेंसी के जरिये ट्रैकिंग एसोसिएशन को मिली, जिसने इसकी जानकारी उत्तरकासी जिला प्रशासन को दी. इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन की तैयारी शुरू की गई है. तत्काल देहरादून सूचना देकर SDRF की मदद दी गई, जिसके बाद रेस्क्यू टीम को देहरादून के सहस्त्रधारा हैलीपैड से हेलीकॉप्टर में उत्तरकाशी रवाना कर दिया गया है. 

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