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Telecom Updates: आपको मोबाइल पर कौन फोन कर रहा है? यह जानने के लिए आप थर्ड पार्टी ऐप मोबाइल में इंस्टॉल करते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं करना होगा.
Updated : May 02, 2024, 08:57 PM IST
Telecom Updates: अपने मोबाइल पर कॉल करने वाले अनजान व्यक्ति के बारे में जानने के लिए थर्ड पार्टी ऐप्स का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इससे मोबाइल का प्राइवेट डाटा लीक होने का खतरा बना रहता है. इस डर के कारण बहुत सारे लोग अपने मोबाइल में थर्ड पार्टी ऐप इंस्टॉल करने से डरते हैं, लेकिन अब यह डर दूर होने जा रहा है. दरअसल भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने एक ऐसा आदेश जारी किया है, जो आपकी सारी समस्या दूर करने जा रहा है. ट्राई ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को किसी के मोबाइल पर कॉल जाने के बाद उसे कॉल करने वाले का नाम भी दिखाई दे, ऐसी सुविधा देने का आदेश दिया है. ट्राई ने कहा है कि हर मोबाइल कॉल के लिए सभी फोन पर कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन फीचर शुरू किया जाए. इस सुविधा का ट्रायल इसी महीने देश के एक राज्य में शुरू हो जाएगा. इसके बाद इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा.
अभी तक क्या है व्यवस्था
फिलहाल मोबाइल फोन पर यदि कोई कॉल आती है तो केवल उस व्यक्ति का नाम कॉलिंग स्क्रीन पर दिखता है, जिसका नाम मोबाइल में सेव होता है. यदि आपने नंबर सेव नहीं किया है यानी किसी अनजान नंबर से कॉल आती है तो मोबाइल स्क्रीन पर केवल नंबर ही दिखाई देता है. ट्रू कॉलर जैसी कुछ थर्ड पार्टी ऐप हैं, जो अनजान नंबर का डाटा सर्च कर उसका नाम मोबाइल स्क्रीन पर दिखाती हैं. हालांकि यह वो नाम होता है, जो किसी ने या तो उस नंबर के लिए ट्रू कॉलर ऐप पर सेव किया हो या खुद उस व्यक्ति ने ट्रू कॉलर पर अपना रजिस्ट्रेशन कर रखा हो. थर्ड पार्टी ऐप भी उस मोबाइल नंबर के कॉलर का नाम शो नहीं कर सकते हैं, जिसने अपने लिए पर्सनल नंबर सुविधा ले रखी हो यानी वह जब भी कॉल करेगा, तो सामने वाले को उसके नाम के बजाय प्राइवेट नंबर ही लिखा दिखेगा.
थर्ड पार्टी ऐप्स लगा सकती हैं मोबाइल में सेंध
थर्ड पार्टी ऐप्स के इस्तेमाल में मोबाइल यूजर के लिए सबसे बड़ा खतरा अपना प्राइवेट डाटा लीक होने का होता है. दरअसल इंस्टॉल करने पर थर्ड पार्टी ऐप्स मोबाइल की कॉन्टेक्ट लिस्ट (फोन डायरेक्टरी), मैसेज, कैमरा, माइक्रोफोन, फोटो जैसी कई सुविधाओं का बिना यूजर की जानकारी के इस्तेमाल करने की परमिशन मांगती हैं. इस परमिशन के बिना ये ऐप काम नहीं करती हैं, लेकिन परमिशन देने पर आपका निजी डाटा लीक होने का खतरा भी बना रहता है.
अब क्या दिया है ट्राई ने आदेश
ट्राई ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को अपने मोबाइल नेटवर्क पर कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन फीचर रोलआउट करने का आदेश दिया है. इस फीचर के रोलआउट होने पर फोन करने वाले का नाम खुद ही मोबाइल स्क्रीन पर दिखने लगेगा यानी आपको इसके लिए अपने फोन में थर्ड पार्टी ऐप इंस्टॉल नहीं करनी होगी. इस नए फीचर का ट्रायल इसी महीने से शुरू हो जाएगा. इसके लिए हरियाणा को टेस्टिंग सर्किल के तौर पर चुना गया है यानी हरियाणा में किसी भी मोबाइल पर फोन आने के बाद सामने वाले का नाम दिखना शुरू हो जाएगा. यदि हरियाणा में यह टेस्टिंग सफल रहती है तो इसे पूरे देश में रोलआउट कराया जाएगा.
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