भारत
आज उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें बधाई दी.
Updated : Jun 05, 2024, 08:42 AM IST
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज 52 साल के हो गए हैं. गोरखपुर सहित पूरे देश में उनके चाहने वाले सीएम का जन्मदिन मना रहे हैं. सोशल मीडिया पर बधाइयों का ढेर लगा हुआ है. साल 2022 में योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार यूपी के मुखिया के तौर पर शपथ ली थी. इससे पहले वो कई पदों पर रह चुके हैं.
पीएम मोदी ने दी बधाई
देश के प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं. वह यूपी की प्रगति, गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहे हैं. मैं उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं.''
Birthday wishes to Uttar Pradesh CM, @myogiadityanath Ji on his birthday. He is working for UP’s progress and for empowering the poor and downtrodden. I wish him a long and healthy life in the times to come.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 5, 2024
योगी आदित्यनाथ का बचपन
5 जून 1972 को देवभूमि उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के पंचूर गांव में वन विभाग के अधिकारी आनंद सिंह बिष्ट और सावित्री देवी के घर जन्मे अजय सिंह बिष्ट के योगी आदित्यनाथ नाम के संन्यासी बनने की कहानी काफी दिलचस्प है. बचपन से ही उनका मन मंदिर आंदोलन की ओर हो गया था. इसी सिलसिले में वह तत्कालीन गोरक्षपीठाधीश्वर ब्रह्मलीन अवेद्यनाथ के संपर्क में आए. अवेद्यनाथ के सानिध्य में नाथ पंथ के विषय में मिले ज्ञान से योगी के जीवन में ऐसा बदलाव आया कि उन्होंने संन्यास लेने का निर्णय लिया. नाथ पंथ के प्रति निष्ठा और साधना देखकर महंत अवेद्यनाथ ने 15 फरवरी 1994 को उन्हें गोरक्षपीठ का उत्तराधिकारी बना दिया.
ये भी पढ़ें-चुनाव में फिर मोदी सरकार बनते देख मालदीव्स के बदले सुर, जानिए क्या बोला पड़ोसी देश
26 साल की उम्र में जमाए सियासत में पैर
मात्र 22 साल की उम्र में उन्होंने अपने परिवार का त्याग कर दिया. इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने अध्यात्म के साथ-साथ राजनीति में भी कदम रखा और मात्र 26 साल की उम्र में लोकसभा के सबसे कम उम्र के सदस्य बन गए. उनका काम देख गोरखपुर की जनता लगातार पांच बार उन्हें अपना सांसद चुना. उनकी राजनीतिक क्षमता को देखते हुए 2017 में भाजपा नेतृत्व ने उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा.
सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री बने
मुख्यमंत्री के रूप में योगी ने प्रदेश को जो उपलब्धि दिलाई, वह सभी जानते हैं. 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत देकर जनता ने उनके नेतृत्व पर मुहर भी लगा दी. संसदीय चुनावों में अजेय रहे योगी आदित्यनाथ पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े और एक लाख से अधिक मतों से जीते. उन्होंने आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य के दोबारा मुख्यमंत्री बनने का इतिहास रचा है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.